समझ गए थे संभल गए थे सुख की नींद को लेना है कुछ लिखना है समझ गए थे संभल गए थे सुख की नींद को लेना है कुछ लिखना है
प्यारी बिटिया प्यारी बिटिया
अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।। अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।।
सुंदर मुखड़ा चांद का टुकड़ा हाय कहां से आया रे छम-छम करती नाक की नथनी कौन इसे ले आया रे सुंदर मुखड़ा चांद का टुकड़ा हाय कहां से आया रे छम-छम करती नाक की नथनी कौन इसे ले...
चलो सोचते हैं एक बार ऐसी दुनिया की ख़ूबसूरती जहाँ न फितना, न फ़साद और न कोई बुराई हो चलो सोचते हैं एक बार ऐसी दुनिया की ख़ूबसूरती जहाँ न फितना, न फ़साद और न कोई बु...
भूल गयी सब कुछ, याद नहीं अब कुछ। भूल गयी सब कुछ, याद नहीं अब कुछ।